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Showing posts from May, 2021

help center communityLearn more about the Google Maps COVID-19 update.By social worker Vanita Kasani PunjabSearch for COVID-19 vaccination locations and testing centersYou can use the facilities around you

सहायता केंद्र समुदाय Google मानचित्र COVID-19 अपडेट के  बारे में अधिक जानें  । By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब COVID-19 टीकाकरण स्थानों और परीक्षण केंद्रों की खोज करें आप अपने आस-पास की सुविधाओं की सूची खोजने के लिए Google पर खोज कर सकते हैं जो COVID-19 टीकाकरण और/या परीक्षण की पेशकश करती हैं।  COVID-19 के बारे में और जानें  । युक्ति:  COVID-19 टीकाकरण स्थानों और/या परीक्षण केंद्र की जानकारी केवल कुछ देशों में ही उपलब्ध हो सकती है। हम यह जानकारी क्यों दिखाते हैं? चूंकि सरकारी एजेंसियां, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और अन्य आधिकारिक स्रोत COVID-19 टीकाकरण और परीक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हैं, इसलिए हम इस जानकारी को Google पर आसानी से खोजने योग्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जो स्थानीय प्रक्रियाओं और अनुशंसाओं के अनुरूप हो। Google को यह जानकारी कहाँ से मिलती है? भारत COVID-19 अस्पताल की जानकारी भारत के लिए COVID-19 अस्पताल की जानकारी सरकारी एजेंसियों, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभागों या सीधे स्वास्थ्य संस्थानों से आती है।  सुझाव:  COVID -19 अस्पताल जानकारी की

by Vnita kasnia Punjab पंजाब में शुक्रवार को ब्लैक फंगस से चार और मरीजों की मौत हो गई। अब तक सूबे में 33 लोगों की इस गंभीर बीमारी से मौत हो चुकी है। 22 जिलों में 233 मामले मिल चुके हैं। इनमें 31 मामले दूसरे राज्यों से संबंधित बताए जा रहे हैं। लुधियाना में अब तक सबसे अधिक 33 मामले सामने आ चुके हैं।अमृतसर 13, बठिंडा 25, फाजिल्का 1, जालंधर 20, कपूरथला 13, पटियाला 16 और श्री मुक्तसर साहिब में 10 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। राज्य के अन्य जिलों में हालात थोड़े सामान्य हैं, यहां पर मरीजों की संख्या अभी दहाई का अंक पार नहीं कर पाई है। अभी ब्लैक फंगस से पीड़ित 191 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों और 42 का सरकारी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।कोरोना से 148 की मौत, 3724 नए केसपंजाब में शुक्रवार को 3724 नए कोरोना संक्रमित मिले और 148 मरीजों की मौत हो गई। अमृतसर 19, बरनाला 2, बठिंडा 7, फरीदकोट 6, फतेहगढ़ साहिब 4, फाजिल्का 5, फिरोजपुर 5, गुरदासपुर 5, होशियारपुर 3, जालंधर 10, कपूरथला 4, लुधियाना 20, मानसा 6, मोगा 3, मोहाली 6, मुक्तसर 7, पठानकोट 4, पटियाला 9, रोपड़ 4, संगरूर 13, एसबीएस नगर में 2 और तरनतारन में 4 मरीजों की मौत हुई।पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि आठ दिन तक 1.95 करोड़ की आबादी वाले 51.6 लाख घरों का सर्वेक्षण किया गया। इस दौरान 1,37,281 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनमें से 4654 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।अब 10 दिन के बाद मिल जाएगी छुट्टीपंजाब सरकार ने शुक्रवार को हल्के व बिना लक्षण वाले संक्रमितों के लिए घरेलू एकांतवास के नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अब 10 दिन की समयावधि के बाद मरीज को छुट्टी दे दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के अनुसार घरेलू एकांतवास के तहत रोगी को लक्षणों की शुरुआत से कम से कम 10 दिन बीत जाने के बाद या सैंपलिंग की तारीख से छुट्टी दे दी जाएगी। साथ ही तीन दिन तक कोई बुखार नहीं होने पर और घरेलू एकांतवास की अवधि समाप्त होने के बाद परीक्षण की भी कोई आवश्यकता नहीं होगी।स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग रोगियों और सह-रोगियों को उचित उपचार या उपचार कर रहे चिकित्सा अधिकारी द्वारा मूल्यांकन के बाद घरेलू एकांतवास की अनुमति दी जाएगी।

विस्तार BAL Vnita Manila ashram पंजाब में शुक्रवार को ब्लैक फंगस से चार और मरीजों की मौत हो गई। अब तक सूबे में 33 लोगों की इस गंभीर बीमारी से मौत हो चुकी है। 22 जिलों में 233 मामले मिल चुके हैं। इनमें 31 मामले दूसरे राज्यों से संबंधित बताए जा रहे हैं। लुधियाना में अब तक सबसे अधिक 33 मामले सामने आ चुके हैं। अमृतसर 13, बठिंडा 25, फाजिल्का 1, जालंधर 20, कपूरथला 13, पटियाला 16 और श्री मुक्तसर साहिब में 10 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है। राज्य के अन्य जिलों में हालात थोड़े सामान्य हैं, यहां पर मरीजों की संख्या अभी दहाई का अंक पार नहीं कर पाई है। अभी ब्लैक फंगस से पीड़ित 191 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों और 42 का सरकारी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।कोरोना से 148 की मौत, 3724 नए केस पंजाब में शुक्रवार को 3724 नए कोरोना संक्रमित मिले और 148 मरीजों की मौत हो गई। अमृतसर 19, बरनाला 2, बठिंडा 7, फरीदकोट 6, फतेहगढ़ साहिब 4, फाजिल्का 5, फिरोजपुर 5, गुरदासपुर 5, होशियारपुर 3, जालंधर 10, कपूरथला 4, लुधियाना 20, मानसा 6, मोगा 3, मोहाली 6, मुक्तसर 7, पठानकोट 4, पटियाला 9, रो

Bal vnita manila ashramNew cases of corona infection in India have declined further.By Vnita Kasnia PunjabIn the last 24 hours, 1 lakh 65 thousand 553 new cases of Kovid have been reported in the country. This information health

BAL Vnita Manila ashram भारत में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में और कमी आई है।  By Vnita kasnia Punjab पिछले 24 घंटे में देश में कोविड के 1 लाख 65 हजार 553 नए मामले सामने आए हैं। ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है। पिछले करीब 6 हफ्तों में देश में एक दिन में ये सबसे कम केस हैं। साथ ही ये लगातार छठा दिन भी है जब संक्रमण दर 10 प्रतिशत से कम रहा। मंत्रालय के अनुसार देश में 3460 लोगों की जान भी कोरोना की वजह से गई है। इसी के साथ देश में कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या अब बढ़कर 3 लाख 25 हजार 972 हो गई है। वहीं अब तक कुल 2 करोड़ 78 लाख 94 हजार 800 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 2 करोड़ 54 लाख 54 हजार 320 लोग डिस्चार्ज भी हुए हैं।ऐसे में एक्टिव मरीजों की संख्या अब देश में घटकर 21 लाख 14 हजार 508 रह गई है। पिछले 24 घंटे में ही 2 लाख 76 हजार 309 लोग डिस्चार्ज हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक कुल 21 करोड़ 20 लाख 66 हजार 614 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी बताया है कि पिछले 24 घंटे में देश भर में 20

After coming to Corona positive, those who gain victory over Kovid will also be provided with oxygen concentrator according to the doctor's advice on providing oxygen.By philanthropist Vanita Kasaniya Panj

कोरोना पाजिटिव आने के उपरांत जो व्यक्ति कोविड पर फतेह हासिल कर लेते हैं, उन्हें आगे भी आक्सीजन दिए जाने संबंधी डाक्टरी सलाह अनुसार आक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया करवाए जाएंगे। By समाजसेवी वनिता कसनिया पंजाब डिप्टी कमिश्नर हरीश नायर ने बताया कि जिले के सिविल अस्पताल फाजिल्का, अबोहर और जलालाबाद में इसके अंतर्गत आक्सीजन बैंक स्थापित किए गए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इस आक्सीजन बैंक को सुचारू ढंग के साथ चलाने के लिए सिविल अस्पतालों में नोडल अफसर भी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल फाजिल्का में डा. सुधीर पाठक, सिविल अस्पताल अबोहर में डा. गगनदीप सिंह और सिविल अस्पताल जलालाबाद में डा. दविन्दर कुमार इसकी पूरी देख-रेख करेंगे और जरूरतमंद मरीज इन अधिकारियों के साथ संपर्क कर सकते हैं।सिविल सर्जन डा. परमिन्दर कुमार ने बताया कि यह हिदायतें मौजूदा कोरोना पीड़ितों पर लागू नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि घर में आक्सीजन कंसंट्रेटर देने की सुविधा डाक्टर की सलाह अनुसार ही दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले के आक्सीजन बैंक से ही 5 लीटर या उससे कम मात्रा वाला आक्सीजन कंसंट्रेटर जरूरतमंद व्यक्ति को

Coronavirus disease 2019By philanthropist Vanita Kasani PunjabInfection spread to humansRead in another languagedownloadTake careEditCOVID-19 (COVID-19), called Wuhan

कोरोनावायरस रोग 2019 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब संक्रमण द्वारा इंसानों में फैलने वाली बीमारी किसी अन्य भाषा में पढ़ें डाउनलोड करें ध्यान रखें  संपादित  करें कोविड-19  (COVID-19), जिसे  वुहान वायरस 2019  के नाम से भी जाना जा रहा है, एक प्रकार का संक्रामक रोग है, जो   2019 नोवेल  कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होता है। इस रोग का पता सबसे पहले  चीन  के वुहान शहर में 2019 को चला था। हालांकि तब तक ये पूरी दुनिया में फैल चुका था, जिसका परिणाम   2019–20 वुहान   कोरोनावायरस महामारी  के रूप में सामने आया। इसकें सामान्य लक्षणों में  बुखार ,  खांसी  और सांस लेने में तकलीफ होना शामिल है। कुछ मामलों में मांसपेशियों में दर्द, थूक का निर्माण और गले में खराश भी देखने को मिला है। अधिकतर मामलों में हल्के लक्षण ही होते हैं और सिर्फ कुछ मामलों में ये बढ़ कर  निमोनिया  या कई अंगों के विफल होने तक भी पहुँच जाते हैं। जांच किए जा रहे मामलों में प्रति व्यक्ति मौतों का प्रतिशत 3.4% [ कृपया उद्धरण जोड़ें ]  है, जिसमें व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ अलग अलग हैं। फैलाव संपादित करें वर्तमान में  इटली ,  स्पेन ,

Does black fungus also spread like touching or sneezing like a corona?By social worker Vanita Kasani PunjabNo, black fungus does not spread like this, mainly black fungus is caused by your weak immune system. This disease those

क्या ब्लैक फंगस भी कोरोना की तरह छूने या छींकने से फैलती है? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब नहीं ब्लैक फंगस ऐसे नहीं फैलती मुख्यत: ब्लैक फंगस आपके कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र के कारण होता है। ये रोग उन लोगो को ज्यादा प्रभावित करती है जो अभी कोरोना से रिकवर हुए है और डायबिटीज के शिकार है उनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है इसलिए ये आपके नाक मुँह के रास्ते आपके शरीर के भीतर जाता है। और रक्तवाहिकाओं को ब्लॉक कर देता है इसके साथ आपके अंग को खराब कर देता है। इसलिए आपको ब्लैक फंगस के लक्षणों को जल्दी पहचान कर इसका इलाज जल्दी करे। ताकि आपको अपने अंग गवांने पड़ सकती है। इसके मुख्य लक्षण है 1 .चेहरे पर सूजन 2 .आँखों में सूजन 3 .मस्तिष्क में हो तो काफी न्यूरोलॉजिकल समस्या होती है। 4 .भयंकर सिरदर्द 5 .आँखों में नाक में काले दब्बे और धीरे धीरे घाव होने लगता है। बचाव हाइजीन का ध्यान रखना डाइबिटीज वाले रोगी और कोरोना से रिकवर होने वाले रोगियों का खास ध्यान रखे ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान ह्यूमिडिफ़ायर के लिए स्वच्छ, जीवाणुरहित पानी का उपयोग करें। लक्षणों को जल्दी पहचान कर जल्दी डॉक्टर को दिखाए 
क्या आप उन पात्रों का नाम बता सकते हैं जो रामायण और महाभारत दोनों में पाए जाते हैं? ऐसे कई पात्र थे उदाहरण के लिए By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब हनुमानजी जांबवंतजी विभीषणजी परशुरामजी कई सारे ऋषि मुनि मयासुर इत्यादि

News PointBlack Fungus: आंख, नाक और जबड़े पर काले फंगस का हमला, सरकार ने बताए लक्षण और एहतियाती उपाय By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब कोरोना के कहर के दौरान काले फंगस म्यूकोरिया के बढ़ते मामले का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों को काले कवक के शुरुआती लक्षणों को पहचानने और इससे बचने की सलाह दी है। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं। हर्षवर्धन ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि जागरूकता और शुरुआती लक्षणों को पहचानकर खतरे से बचा जा सकता है।imageMucormycosis क्या है- Mucormycosis एक कवक संक्रमण है जो कोरोना वायरस के कारण होता है। कोविड-19 टास्क फोर्स के विशेषज्ञों के अनुसार, जो पहले से ही कुछ बीमारियों से जूझ रहे हैं और जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, यह आसानी से फैलता है क्योंकि ऐसे लोगों में संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।किसे है खतरा- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, कुछ खास स्थितियों में ही कोरोना के मरीजों में म्यूकोरैमिकोसिस होने का खतरा ज्यादा होता है। अनियंत्रित मधुमेह के मामले में, स्टेरॉयड कमजोर प्रतिरक्षा, लंबे समय तक आईसीयू या अस्पताल में भर्ती, कोई अन्य बीमारी, अंग प्रत्यारोपण, कैंसर या वोरिकोनाज़ोल थेरेपी (गंभीर फंगल संक्रमण का उपचार) काले कवक के जोखिम को बढ़ा सकता है।imageलक्षण – काले फंगस के मुख्य लक्षण आंखों में लालिमा या दर्द, बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, खून बहना या मानसिक स्थिति में बदलाव है। इन लक्षणों की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए।यह कैसे फैलता है – विशेषज्ञों के अनुसार, व्यक्ति वायुजनित संक्रमणों के कारण फंगल संक्रमण का शिकार हो सकता है। रोगी की त्वचा पर काला फंगस भी विकसित हो सकता है। यह त्वचा पर खरोंच, घर्षण या सूजन के कारण शरीर में प्रवेश कर सकता है।म्यूकोर्मिकोसिस से कैसे पढ़ें- काले फंगस से बचाव के लिए धूल-धूसरित जगहों पर मास्क लगाएं। मिट्टी, काई या खाद जैसी वस्तुओं के पास जाते समय जूते, दस्ताने, पूरी बाजू पहनें। साफ-सफाई पर ध्यान दें। मधुमेह नियंत्रण, इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग दवाओं या स्टेरॉयड का उपयोग कम से कम करें।काली फफूंदीरोकथाम के लिए क्या करें- हाइपरग्लेसेमिया (रक्त शर्करा) को नियंत्रित करें। कोविड-19 से ठीक होने के बाद रक्त शर्करा के स्तर की निगरानी करते रहें। अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्टेरॉयड का प्रयोग करें। ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान ह्यूमिडिफायर के लिए साफ पानी का इस्तेमाल करें। आवश्यक होने पर ही एंटीबायोटिक्स या एंटीफंगल दवाओं का प्रयोग करें।imageक्या न करें- काले फंगस से बचाव के लिए इसके लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। नाक की भीड़ के सभी मामलों को बैक्टीरियल साइनसिसिस के रूप में गलत न समझें। ऐसी गलती न करें, खासकर कोविड-19 और इम्यूनोसप्रेशन के मामले में।फंबाल वनिता महिला आश्रमगल एटियलजि के बारे में पता लगाने के लिए KOH परीक्षण और माइक्रोस्कोपी लेने से न डरें। अगर डॉक्टर आपको तुरंत इलाज कराने के लिए कहें तो इसे नजरअंदाज न करें। ठीक होने के बाद भी बताए गए लक्षणों को नज़रअंदाज न करें क्योंकि ज्यादातर मामलों में, ठीक होने के एक हफ्ते या एक महीने के भीतर फंगल इंफेक्शन की भी पुनरावृत्ति देखी गई है।उल्लेखनीय है कि अब महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों में म्यूकोमाइकोसिस के मामले बढ़ रहे हैं। वर्तमान में गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, झारखंड और राजस्थान में काले कवक के मामले सामने आ रहे हैं। इससे मरीज की आंख, नाक और जबड़े को काफी नुकसान हो सकता है।

Black Fungus: आंख, नाक और जबड़े पर काले फंगस का हमला, सरकार ने बताए लक्षण और एहतियाती उपाय By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब कोरोना के कहर के दौरान काले फंगस म्यूकोरिया के बढ़ते मामले का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोगों को काले कवक के शुरुआती लक्षणों को पहचानने और इससे बचने की सलाह दी है। सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में हैं। हर्षवर्धन ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि जागरूकता और शुरुआती लक्षणों को पहचानकर खतरे से बचा जा सकता है। Mucormycosis क्या है- Mucormycosis एक कवक संक्रमण है जो कोरोना वायरस के कारण होता है। कोविड-19 टास्क फोर्स के विशेषज्ञों के अनुसार, जो पहले से ही कुछ बीमारियों से जूझ रहे हैं और जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, यह आसानी से फैलता है क्योंकि ऐसे लोगों में संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। किसे है खतरा- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, कुछ खास स्थितियों में ही कोरोना के मरीजों में म्यूकोरैमिकोसिस होने का खतरा ज्यादा होता है। अनियंत्रित मधुमेह के मामले में, स्टेरॉयड कमजोर प्रतिरक्षा, लंबे स

ब्लैक फंगस क्या है? (Black Fungus) बचने का तरीका 2021 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Black Fungus:- ब्लैक फंगस क्या है और इससे बचने के तरीके कौन-कौन से हैं इसके बारे में पूरी जानकारी बता रहे हैं क्योंकि यह बीमारी आजकल बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इस बीमारी के बारे में जितना जल्दी पता लग जाये उतना ही जल्दी इस बीमारी का इलाज हो सकता है।Table of ContentsBlack Fungus- ब्लैक फंगस क्या है?ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं?(Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता हैBlack Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें?Black Fungus- ब्लैक फंगस क्या है?ब्लैक फंगस (Black Fungus) को श्लेष्मा (Mucormycosis) के नाम से जाना जाता है। ब्लैक फंगस को लेकर विशेषज्ञों का मानना है की यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिये शरीर के अंदर प्रवेश करता है। इसकी वजह से साइनस कैविटी, लंग्स कैविटी और चेस्ट कैविटी की समस्या शुरू हो जाती है।Black Fungusजानिए News 18 की रिपोर्ट के अनुसार इसका असल नाम म्‍यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) है। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने इसके बारे में अधिक जानकारी दी है। उनके अनुसार वे डायबिटीज पीड़ित मरीज जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनको स्‍टेरॉयड दिया जा रहा है, उन्‍हें ब्‍लैक फंगस (Black Fungus) से संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है।डॉ. गुलेरिया ने बताया कि म्‍यूकरमाइकोसिस के जीवाणु मिट्टी, हवा और यहां तक कि भोजन में भी पाए जाते हैं। लेकिन वे कम प्रभावी होते हैं और अमूमन संक्रमण नहीं फैलाते हैं। कोरोना महामारी के पहले इस संक्रमण के मामले काफी कम होते थे। अब कोरोना की वजह से इसके मामले बड़ी संख्‍या में सामने आ रहे हैं।डॉ. गुलेरिया ने स्‍टेरॉयड का बेपरवाही से इस्‍तेमाल करने को इस संक्रमण के पीछे का बड़ा कारण बताया। साथ ही उन्‍होंने अस्‍पतालों से संक्रमण को नियंत्रित करने वाले उपायों के प्रोटोकॉल को अपनाने का आग्रह किया। क्‍योंकि कोरोना मरीजों में यह संक्रमण अधिक बढ़ता दिख रहा है और इससे मौतें भी अधिक हो सकती हैं। {Source}ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं?आइये जानते हैं ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण क्या-क्या होते हैं।No. 1 ब्लैक फंगस (Black Fungus) में नाक बंद हो जाती है।No. 2 ब्लैक फंगस में नाक और आंखों के पास दर्द रहता है।No. 3 ब्लैक फंगस में जबड़े में लगातार दर्द रहता है।No. 4 ब्लैक फंगस में लगातार बुखार, सिर दर्द और खांसी रहती है।No. 5 ब्लैक फंगस में सांस फूलती है और खून की उल्टियां होती हैं।No.6 ब्लैक फंगस में आंखे लाल हो जाती है।No.7 ब्लैक फंगस में नाक में खुजली होने लगती है।(Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता हैबाल वनिता महिला आश्रमकोरोना बीमारी से ठीक हुए मरीजों को खास ध्यान रखना चाहिए।ज्यादा दिन से बीमार व्यक्ति को ब्लैक फंगस (Black Fungus) से ज्यादा खतरा होता है।डायबिटीज के मरीजों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।कमजोर इम्यूनिटी वालों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।Black Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें?By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबकोरोना के इलाज के बाद नाक बंद होने पर तुरंत जांच कराये।ब्लैक फंगस (Black Fungus) का इलाज अपने आप करने की कोशिश ना करें।साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।धूल तथा गंदगी वाली जगहों पर मास्क अवश्य लगाकर रखें।बागवानी या मिट्टी में काम करते वक्त हाथ, पैर तथा मुँह अच्छी तरह से ढक कर रखें।अपनी इम्युनिटी कमजोर न होने दें इस पर खास ध्यान रखें।ब्लैक फंगस (Black Fungus) के किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें या जांच कराये। क्योंकि ज्यादा दिन तक यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है वह अपना खास ध्यान रखें बेवजह बाहर न निकले और अपने डॉक्टर के संपर्क में हमेशा रहें।

ब्लैक फंगस क्या है? (Black Fungus) बचने का तरीका 2021 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Black Fungus:- ब्लैक फंगस क्या है और इससे बचने के तरीके कौन-कौन से हैं इसके बारे में पूरी जानकारी बता रहे हैं क्योंकि यह बीमारी आजकल बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इस बीमारी के बारे में जितना जल्दी पता लग जाये उतना ही जल्दी इस बीमारी का इलाज हो सकता है। Table of Contents By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Black  Fungus- ब्लैक फंगस क्या है? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं? (Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता है Vnita Kasnia Punjab Black Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें? Black Fungus- ब्लैक फंगस क्या है? ब्लैक फंगस  (Black Fungus) को श्लेष्मा  (Mucormycosis)  के नाम से जाना जाता है। ब्लैक फंगस को लेकर विशेषज्ञों का मानना है की यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिये शरीर के अंदर प्रवेश करता है। इसकी वजह से  साइनस कैविटी ,  लंग्स कैविटी  और  चेस्ट कैविटी  की  समस्या  शुरू हो जाती है। जानिए  News 18  की रिपोर्ट के अनुसार इसका असल नाम  म्‍यूकरमाइकोसिस