ब्लैक फंगस क्या है? (Black Fungus) बचने का तरीका 2021 By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Black Fungus:- ब्लैक फंगस क्या है और इससे बचने के तरीके कौन-कौन से हैं इसके बारे में पूरी जानकारी बता रहे हैं क्योंकि यह बीमारी आजकल बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इस बीमारी के बारे में जितना जल्दी पता लग जाये उतना ही जल्दी इस बीमारी का इलाज हो सकता है।Table of ContentsBlack Fungus- ब्लैक फंगस क्या है?ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं?(Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता हैBlack Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें?Black Fungus- ब्लैक फंगस क्या है?ब्लैक फंगस (Black Fungus) को श्लेष्मा (Mucormycosis) के नाम से जाना जाता है। ब्लैक फंगस को लेकर विशेषज्ञों का मानना है की यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिये शरीर के अंदर प्रवेश करता है। इसकी वजह से साइनस कैविटी, लंग्स कैविटी और चेस्ट कैविटी की समस्या शुरू हो जाती है।Black Fungusजानिए News 18 की रिपोर्ट के अनुसार इसका असल नाम म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) है। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने इसके बारे में अधिक जानकारी दी है। उनके अनुसार वे डायबिटीज पीड़ित मरीज जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनको स्टेरॉयड दिया जा रहा है, उन्हें ब्लैक फंगस (Black Fungus) से संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है।डॉ. गुलेरिया ने बताया कि म्यूकरमाइकोसिस के जीवाणु मिट्टी, हवा और यहां तक कि भोजन में भी पाए जाते हैं। लेकिन वे कम प्रभावी होते हैं और अमूमन संक्रमण नहीं फैलाते हैं। कोरोना महामारी के पहले इस संक्रमण के मामले काफी कम होते थे। अब कोरोना की वजह से इसके मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं।डॉ. गुलेरिया ने स्टेरॉयड का बेपरवाही से इस्तेमाल करने को इस संक्रमण के पीछे का बड़ा कारण बताया। साथ ही उन्होंने अस्पतालों से संक्रमण को नियंत्रित करने वाले उपायों के प्रोटोकॉल को अपनाने का आग्रह किया। क्योंकि कोरोना मरीजों में यह संक्रमण अधिक बढ़ता दिख रहा है और इससे मौतें भी अधिक हो सकती हैं। {Source}ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं?आइये जानते हैं ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण क्या-क्या होते हैं।No. 1 ब्लैक फंगस (Black Fungus) में नाक बंद हो जाती है।No. 2 ब्लैक फंगस में नाक और आंखों के पास दर्द रहता है।No. 3 ब्लैक फंगस में जबड़े में लगातार दर्द रहता है।No. 4 ब्लैक फंगस में लगातार बुखार, सिर दर्द और खांसी रहती है।No. 5 ब्लैक फंगस में सांस फूलती है और खून की उल्टियां होती हैं।No.6 ब्लैक फंगस में आंखे लाल हो जाती है।No.7 ब्लैक फंगस में नाक में खुजली होने लगती है।(Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता हैबाल वनिता महिला आश्रमकोरोना बीमारी से ठीक हुए मरीजों को खास ध्यान रखना चाहिए।ज्यादा दिन से बीमार व्यक्ति को ब्लैक फंगस (Black Fungus) से ज्यादा खतरा होता है।डायबिटीज के मरीजों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।कमजोर इम्यूनिटी वालों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।Black Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें?By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबकोरोना के इलाज के बाद नाक बंद होने पर तुरंत जांच कराये।ब्लैक फंगस (Black Fungus) का इलाज अपने आप करने की कोशिश ना करें।साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।धूल तथा गंदगी वाली जगहों पर मास्क अवश्य लगाकर रखें।बागवानी या मिट्टी में काम करते वक्त हाथ, पैर तथा मुँह अच्छी तरह से ढक कर रखें।अपनी इम्युनिटी कमजोर न होने दें इस पर खास ध्यान रखें।ब्लैक फंगस (Black Fungus) के किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें या जांच कराये। क्योंकि ज्यादा दिन तक यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है वह अपना खास ध्यान रखें बेवजह बाहर न निकले और अपने डॉक्टर के संपर्क में हमेशा रहें।
ब्लैक फंगस क्या है? (Black Fungus) बचने का तरीका 2021
Black Fungus:- ब्लैक फंगस क्या है और इससे बचने के तरीके कौन-कौन से हैं इसके बारे में पूरी जानकारी बता रहे हैं क्योंकि यह बीमारी आजकल बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इस बीमारी के बारे में जितना जल्दी पता लग जाये उतना ही जल्दी इस बीमारी का इलाज हो सकता है।
Table of Contents
Black Fungus- ब्लैक फंगस क्या है?
ब्लैक फंगस (Black Fungus) को श्लेष्मा (Mucormycosis) के नाम से जाना जाता है। ब्लैक फंगस को लेकर विशेषज्ञों का मानना है की यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिये शरीर के अंदर प्रवेश करता है। इसकी वजह से साइनस कैविटी, लंग्स कैविटी और चेस्ट कैविटी की समस्या शुरू हो जाती है।
जानिए News 18 की रिपोर्ट के अनुसार इसका असल नाम म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) है। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने इसके बारे में अधिक जानकारी दी है। उनके अनुसार वे डायबिटीज पीड़ित मरीज जो कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनको स्टेरॉयड दिया जा रहा है, उन्हें ब्लैक फंगस (Black Fungus) से संक्रमित होने का खतरा सबसे अधिक है।
डॉ. गुलेरिया ने बताया कि म्यूकरमाइकोसिस के जीवाणु मिट्टी, हवा और यहां तक कि भोजन में भी पाए जाते हैं। लेकिन वे कम प्रभावी होते हैं और अमूमन संक्रमण नहीं फैलाते हैं। कोरोना महामारी के पहले इस संक्रमण के मामले काफी कम होते थे। अब कोरोना की वजह से इसके मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं।
डॉ. गुलेरिया ने स्टेरॉयड का बेपरवाही से इस्तेमाल करने को इस संक्रमण के पीछे का बड़ा कारण बताया। साथ ही उन्होंने अस्पतालों से संक्रमण को नियंत्रित करने वाले उपायों के प्रोटोकॉल को अपनाने का आग्रह किया। क्योंकि कोरोना मरीजों में यह संक्रमण अधिक बढ़ता दिख रहा है और इससे मौतें भी अधिक हो सकती हैं। {Source}
ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं?
आइये जानते हैं ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण क्या-क्या होते हैं।
No. 1 | ब्लैक फंगस (Black Fungus) में नाक बंद हो जाती है। |
No. 2 | ब्लैक फंगस में नाक और आंखों के पास दर्द रहता है। |
No. 3 | ब्लैक फंगस में जबड़े में लगातार दर्द रहता है। |
No. 4 | ब्लैक फंगस में लगातार बुखार, सिर दर्द और खांसी रहती है। |
No. 5 | ब्लैक फंगस में सांस फूलती है और खून की उल्टियां होती हैं। |
No.6 | ब्लैक फंगस में आंखे लाल हो जाती है। |
No.7 | ब्लैक फंगस में नाक में खुजली होने लगती है। |
(Black Fungus) ब्लैक फंगस से किसको ज्यादा खतरा होता है
- कोरोना बीमारी से ठीक हुए मरीजों को खास ध्यान रखना चाहिए।
- ज्यादा दिन से बीमार व्यक्ति को ब्लैक फंगस (Black Fungus) से ज्यादा खतरा होता है।
- डायबिटीज के मरीजों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।
- कमजोर इम्यूनिटी वालों को ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरा होता है।
Black Fungus- ब्लैक फंगस से कैसे बचें?
- कोरोना के इलाज के बाद नाक बंद होने पर तुरंत जांच कराये।
- ब्लैक फंगस (Black Fungus) का इलाज अपने आप करने की कोशिश ना करें।
- साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
- धूल तथा गंदगी वाली जगहों पर मास्क अवश्य लगाकर रखें।
- बागवानी या मिट्टी में काम करते वक्त हाथ, पैर तथा मुँह अच्छी तरह से ढक कर रखें।
- अपनी इम्युनिटी कमजोर न होने दें इस पर खास ध्यान रखें।
- ब्लैक फंगस (Black Fungus) के किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से तुरंत सलाह लें या जांच कराये। क्योंकि ज्यादा दिन तक यह बीमारी जानलेवा हो सकती है।
जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है वह अपना खास ध्यान रखें बेवजह बाहर न निकले और अपने डॉक्टर के संपर्क में हमेशा रहें।
Comments
Post a Comment