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Showing posts from June, 2021

कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण और बचाव By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि ब्लैक फंगस का खतरा सबसे ज्यादा किन लोगों को है, इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण और बचावImage Source : बाल वनिता महिला आश्रमजहां एक ओर लोग कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों के लिए ब्लैक फंगस काल बनकर खड़ा है। ब्लैक फंगस को म्यूकोरमाइकोसिस भी कहते हैं। ब्लैक फंगस कितना खतरनाक है इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि हाल ही में मुंबई में ब्लैक फंगस से जूझ रहे 3 बच्चों को अपनी आंख गवानी पड़ी। खास बात है कि ब्लैक फंगस का कहर सिर्फ मुंबई में ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल रहा है। ऐसे में आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि ब्लैक फंगस का खतरा सबसे ज्यादा किन लोगों को है, इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।इन लोगों को सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस का खतराकोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैजो मरीज लंबे वक्त से स्टेरॉयड यूज कर रहे हैंडायबिटीज के मरीजजिन्हें कोई स्किन एलर्जी होकैंसर से ग्रसित मरीजकिसी अन्य पुरानी बीमारी से ग्रसित मरीज Image Source : बाल वनिता महिला आश्रमpeople with maskब्लैक फंगस के लक्षणअगर किसी व्यक्ति के नाक से खून बह रहा हो या फिर काले रंग का कुछ निकल रहा हो या फिर पपड़ी जमनाचेहरे का एक तरफ से सूज जानासिरदर्द होनानाक बंद हो जानाउल्टी आनाबुखार आनासीने में दर्द होनामुंह के ऊपरी हिस्से या फिर नाक में घाव होनाआंखों का लाल होनाआंखों की रोशनी कम हो जानाबारिश के मौसम में डाइट में शामिल करें ये चीजें, मिलेगी ग्लोइंग स्किन और बीमारियों से रहेंगे दूरब्लैक फंगस से ऐसे करें बचावबाल वनिता महिला आश्रम अगर इन लक्षणों में से एक भी लक्षण दिखें तो ईनएटी डॉक्टर से तुरंत संपर्क करेंकिसी भी कंस्ट्रक्शन साइट पर जाएं तो मास्क जरूर पहनेंमिट्टी से जुड़ा काम करते वक्त जूते, फूल स्वील टी- शर्ट और दस्ताने पहनेंबेवजह स्टेरॉयड लेने से बचेंशुगर पेशेंट ब्लड शुगर लेवल रोजाना चेक करें

कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण और बचाव By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि ब्लैक फंगस का खतरा सबसे ज्यादा किन लोगों को है, इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है। Image Source : बाल वनिता महिला आश्रम जहां एक ओर लोग कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों के लिए ब्लैक फंगस काल बनकर खड़ा है। ब्लैक फंगस को म्यूकोरमाइकोसिस भी कहते हैं। ब्लैक फंगस कितना खतरनाक है इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि हाल ही में मुंबई में ब्लैक फंगस से जूझ रहे 3 बच्चों को अपनी आंख गवानी पड़ी। खास बात है कि ब्लैक फंगस का कहर सिर्फ मुंबई में ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल रहा है। ऐसे में आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि ब्लैक फंगस का खतरा सबसे ज्यादा किन लोगों को है, इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है। इन लोगों को सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस का खतरा कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर है जो मरीज लंबे वक्त से स्टेरॉयड यूज कर रहे

बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम

Green Fungus: कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों पर ग्रीन फंगस का खतरा, जानें इसके लक्षण By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब T 1/10 कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश में कई समस्याएं खड़ी की हैं. इस बीच देश में ब्लैक फंगस, व्हाइट और येलो फंगस जैसे कई फंगल इंफेक्शन के केस सामने आ चुके हैं. लोग अब तक इन फंगल इंफेक्शन से उभर नहीं पाए हैं कि देश में पहली बार ग्रीन फंगस ने भी दस्तक दे दी है. Photo credit- pixabay 2/10 रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 34 वर्षिय कोविड- 19 से रिकवर हुए मरीज में ग्रीन फंगस इंफेक्शन का केस सामने आया है. एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि मरीज में ग्रीन फंगस इंफेक्शन का पता लगने के तुरंत बाद उसे इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस द्वारा मुंबई शिफ्ट किया गया है. Photo credit- pixabay 3/10 श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SAIMS) के चेस्ट रोग विभाग के प्रमुख डॉ रवि डोसी के मुताबिक, कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्ति पर इसका परीक्षण किया गया था कि क्या उसमें ब्लैक फंगस (म्यूकोर्मिकोसिस) के संक्रमण का खतरा हो सकता है. इस परीक्षण के बाद मरीज में ब्लैक फंगस के

बाल वनिता महिला आश्रमहमारे चारों ओर हवा है और हम उसमें ही सांस लेते हैं, तो क्या ऐसा नहीं हो सकता कि हम उस हवा को सिलेंडर में भर लें? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब जब हम सामान सामान्य वायुमंडलीय हवा को सांस के माध्यम से भीतर लेते हैं तो उसमें 20% के आसपास ऑक्सीजन रहता है लेकिन यह सारा ऑक्सीजन हमारे फेफड़े आत्मसात (यूटिलाइज) नहीं कर पाते हैं - शरीर के अंदर मात्र 5% ऑक्सीजन ही उपयोग[1] हो पाता है - गैस ब्लड एक्सचेंज प्रक्रिया द्वारा - जो bronchioles (ब्रोंकियोल्स ) और aleveoli ( अलवोलाय) के माध्यम से[2]शेष 15% ऑक्सीजन हम बाहर छोड़ देते हैं जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड की भी कुछ मात्रा होती है लेकिन उसमें फिर भी काफी ऑक्सीजन रहता है। इसी कारण दिल का दौरा पड़ने से बचाने हेतु जो कार्डियोपलनरी resustication करते हैं तो उसमें मुंह से यह 15% वाला ऑक्सीजन दूसरे व्यक्ति के फेफड़े में भरते हैं जिससे उसे अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है।अब सवाल उठता है कि कोविड-19 में ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं ?कोविड-19 का मरीज वायुमंडलीय हवा लेकर जिंदा क्यों नहीं रह पाता ?इसका कारण यह है कि कोविड-19 के कारण फेफड़े डैमेज हो जाते हैं क्षति ग्रस्त हो जाते हैं और उनकी सांस लेने की क्षमता और हवा के ऑक्सीजन को शरीर में आत्मसात करने की क्षमता भी घट जाती है। मान लीजिए किसी का फेफड़ा 50% डैमेज हो गया तो उसे 20 परसेंट गुने दो यानी 40% शुद्धता वाली हवा चाहिए। इसी तरह और ज्यादा डैमेज हो तो और ज्यादा शुद्धता वाली हवा चाहिए। जो मेडिकल ऑक्सीजन होता है उसमें 99% ऑक्सीजन होता है तो फिर फेफड़ा यदि 30%- 35% क्षमता से काम कर रही हो रहा हो तो भी शरीर की जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन उसे उपलब्ध रहेगा। ऑक्सीजन सिलेंडर या पाइप लाइन से 99 प्रतिशत शुद्धता वाली ऑक्सीजन के अलावा घरेलू ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी इसी सिद्धांत पर काम करता है और 30 प्रतिशत से लेकर 95 परसेंट ऑक्सिजन वाली हवा उपलब्ध कराता है।तो आपके प्रश्न का संक्षेप में उत्तर यही है जब फेफड़े पूरी क्षमता से काम नहीं करते हैं तो अलग से ऑक्सीजन की जरूरत होती है और वायुमंडलीय ऑक्सीजन से काम नहीं चलता है।तो यदि वायुमंडल के हवा को यदि सिलेंडर में भर भी ले तो भी उस से काम नहीं चलेगा क्योंकि उसमें 20% ही ऑक्सीजन है ।जहां तक वायुमंडल की हवा से ऑक्सीजन अलग करने की बात है तो यह आप बिना ऑक्सीजन सेपरेटर के नहीं कर सकते हैं और जिसके लिए माइनस 190 -200 डिग्री सेंटीग्रेड तक हवा को ठंडा करना जरूरी है, स्पष्ट है ऐसा फैक्ट्री में ही हो सकता है , अन्य कहीं नहीं।साथ ही सिलेंडर में लिक्विड ऑक्सीजन रहता है जो कि 10 लीटर लीटर वाले सिलेंडर में तकरीबन दो किलोग्राम होता है जोकि 1250 लीटर ऑक्सिजन[3] देता है, लेकिन आप जब हवा भरेंगे तो यह मात्र 10 लीटर ही होगा जो कि मिनट भर के अंदर खत्म भी हो जाएगा।

बाल वनिता महिला आश्रम हमारे चारों ओर हवा है और हम उसमें ही सांस लेते हैं, तो क्या ऐसा नहीं हो सकता कि हम उस हवा को सिलेंडर में भर लें? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब जब हम सामान सामान्य वायुमंडलीय हवा को सांस के माध्यम से भीतर लेते हैं तो उसमें 20% के आसपास ऑक्सीजन रहता है लेकिन यह सारा ऑक्सीजन हमारे फेफड़े आत्मसात (यूटिलाइज) नहीं कर पाते हैं - शरीर के अंदर मात्र 5% ऑक्सीजन ही उपयोग [1]  हो पाता है -  गैस ब्लड एक्सचेंज प्रक्रिया द्वारा - जो bronchioles (ब्रोंकियोल्स ) और aleveoli ( अलवोलाय) के माध्यम से [2] शेष 15% ऑक्सीजन हम बाहर छोड़ देते हैं जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड की भी कुछ मात्रा होती है लेकिन उसमें फिर भी काफी ऑक्सीजन रहता है। इसी कारण दिल का दौरा पड़ने से बचाने हेतु जो कार्डियोपलनरी resustication करते हैं तो उसमें मुंह से यह 15% वाला ऑक्सीजन दूसरे व्यक्ति के फेफड़े में भरते हैं जिससे उसे अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलता है। अब सवाल उठता है कि कोविड-19 में ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं ? कोविड-19 का मरीज वायुमंडलीय हवा लेकर जिंदा क्यों नहीं रह पाता ? इसका कारण यह है कि कोविड-19 के कारण फेफ

बाल वनिता महिला आश्रम देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी हैं. गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमित बच्चों को एंटी वायरल रेमडेसिविर नहीं दी जाने की बात की है.वनिता पंजाब: देश कोरोना महामारी से बीते साल से लगातार जूझ रहा है. दूसरी लहर ने देश में कोहराम मचा दिया तो वहीं अब तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारें पूरी तरह सतर्क हैं. केंद्र सरकार ने अब कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी हैं.केंद्र सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन में साफ कहा गया कि संक्रमित बच्चों को एंटी वायरल रेमडेसिविर नहीं दी जाए.यहां कोविड से संबधित सभी नए अपडेट पढ़ेंइसके साथ ही ये भी कहा गया कि बच्चों को स्टेरॉयड देने से बचा जाए. इस गाइडलाइन में बच्चों की शारीरिक क्षमता को देखने के लिए 6 मिनट का वॉक टेस्ट लेने की सलाह दी गई है.सेचुरेशन 94 से कम पाये जाने पर सांस में तकलीफ हो सकती है- मंत्रालयबता दें, कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के बड़ी संख्या में संक्रमित होने की संभावना जताई गई है. मंत्रालय ने साफ कहा कि ज्यादा गंभीर मरीजों को ही स्टेरॉयड दी जाए. मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि बच्चों की उंगली में पल्स ऑक्सीमीटर लगा कर उनसे 6 मिनट तक लगातार टहलने को कहा जाए. अगर इस दौरान उनका सेचुरेशन 94 से कम पाया जाता है तो उनमें सांस लेने में तकलीफ देखी जा सकती है. इस आधार पर बच्चों को अस्पताल में भर्ती किए जाने पर निर्णय लिया जा सकता है.वहीं, मंत्रालय ने ये भी कहा कि जिन बच्चों को अस्थमा है उन्हें इस टेस्ट की सलाह नहीं दी जाती. गाइडलाइन में इस बात का भी जिक्र किया गया कि अगर किसी मरीज में कोविड की बीमारी गंभीर दिखती है तो ऑक्सीजन थेरेपी को बिना देरी करें शुरू कर दिया जाना चाहिए.

बाल वनिता महिला आश्रम देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी हैं. गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमित बच्चों को एंटी वायरल रेमडेसिविर नहीं दी जाने की बात की है. वनिता पंजाब: देश कोरोना महामारी से बीते साल से लगातार जूझ रहा है. दूसरी लहर ने देश में कोहराम मचा दिया तो वहीं अब तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकारें पूरी तरह सतर्क हैं. केंद्र सरकार ने अब कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी हैं. केंद्र सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन में साफ कहा गया कि संक्रमित बच्चों को एंटी वायरल रेमडेसिविर नहीं दी जाए. यहां कोविड से संबधित सभी नए अपडेट पढ़ेंइसके साथ ही ये भी कहा गया कि बच्चों को स्टेरॉयड देने से बचा जाए. इस गाइडलाइन में बच्चों की शारीरिक क्षमता को देखने के लिए 6 मिनट का वॉक टेस्ट लेने की सलाह दी गई है. सेचुरेशन 94 से कम पाये जाने पर सांस में तकलीफ हो सकती है- मंत्रालय बता दें, कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के बड़ी संख्या में संक्रमित होने की संभावना जताई गई है. मंत्रालय

By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से कई बार देश को संबोधित कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने लोगों को सुझाव दिए और कई बार नई घोषणाएं भी की हैं.PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए कहा कि 21 जून, सोमवार से देश के हर राज्य में, 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी.1. पीएम ने कहा कि बीते सौ वर्षों में आई ये सबसे बड़ी महामारी है, त्रासदी है.इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी, न अनुभव की थी. इतनी बड़ी वैश्विक महामारी से हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है.2. पीएम मोदी ने कहा कि सेकेंड वेव के दौरान अप्रैल और मई के महीने में भारत में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी. भारत के इतिहास में कभी भी इतनी मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई. इस जरूरत को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया गया. सरकार के सभी तंत्र लगे.3. पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए जो मांग है, उसकी तुलना में उत्पादन करने वाले देश और वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां बहुत कम हैं. कल्पना करिए कि अभी हमारे पास भारत में बनी वैक्सीन नहीं होती तो आज भारत जैसे विशाल देश में क्या होता? आप पिछले 50-60 साल का इतिहास देखेंगे तो पता चलेगा कि भारत को विदेशों से वैक्सीन प्राप्त करने में दशकों लग जाते थे. विदेशों में वैक्सीन का काम पूरा हो जाता था तब भी हमारे देश में वैक्सीनेशन का काम शुरू नहीं हो पाता था.4. पीएम मोदी ने कहा कि देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. पिछले काफी समय से देश लगातार जो प्रयास और परिश्रम कर रहा है, उससे आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई और भी ज्यादा बढ़ने वाली है. आज देश में 7 कंपनियाँ, विभिन्न प्रकार की वैक्सीन्स का प्रॉडक्शन कर रही हैं. तीन और वैक्सीन्स का ट्रायल भी एडवांस स्टेज में चल रहा है. वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीदने में तेजी लाई गई है. बच्चों के लिए वैक्सीन का भी ट्रायल चल रहा है. नेजल वैक्सीन पर भी ट्रायल चल रहा है. देश को अगर सफलता मिलती है तो इससे टीकाकरण में और तेजी आएगी. इतने कम समय में वैक्सीन बनाना पूरी मानवता के लिए बड़ी उपलब्धी है. लेकिन इसकी सीमाएं हैं.5. पोलियो की वैक्सीन हो, चेचक की वैक्सीन हो, हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन हो, इनके लिए देशवासियों ने दशकों तक इंतजार किया था. 2014 में जब देशवासियों ने हमें सेवा का अवसर दिया तो भारत में वैक्सीनेशन का कवरेज सिर्फ 60 प्रतिशत के आसपास था. हमारी दृष्टि में ये चिंता की बात थी. जिस रफ्तार से भारत का टीकाकरण चल रहा था, उस हिसाब से देश को शत-प्रतिशत टीकाकरण कवरेज का लक्ष्य हासिल करने में करीब 40 साल लग जाते. हमने इस समस्या के समाधान के लिए मिशन इंद्रधनुष को शुरु किया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से कई बार देश को संबोधित कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने लोगों को सुझाव दिए और कई बार नई घोषणाएं भी की हैं.

By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब PM Modi Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से कई बार देश को संबोधित कर चुके हैं. इस दौरान उन्होंने लोगों को सुझाव दिए और कई बार नई घोषणाएं भी की हैं. PM Modi Speech:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए कहा कि 21 जून, सोमवार से देश के हर राज्य में, 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के सभी नागरिकों के लिए, भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी. 1. पीएम ने कहा कि बीते सौ वर्षों में आई ये सबसे बड़ी महामारी है, त्रासदी है. इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी, न अनुभव की थी. इतनी बड़ी वैश्विक महामारी से हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है. 2. पीएम मोदी ने कहा कि सेकेंड वेव के दौरान अप्रैल और मई के महीने में भारत में मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी. भारत के इतिहास में कभी भी इतनी मात्रा में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई. इस जरूरत को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया गया. सरकार के सभी तंत्र लगे. 3. पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए जो

वर्ल्डवाइड डाटा: अब तक कोरोना से 17.32 करोड़ से ज़्यादा लोग हुए संक्रमित और 37.26 लाख लोगों की मौत By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब: विश्वभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.32 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 37.26 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 32 लाख 06 हजार 254 हो गयी है, जबकि 37 लाख 26 हजार 396 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। Also Read - मुंबई में आख़िरकार 2 महीने बाद खुल गए रेस्टोरेंट्स एंड जिम * विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 62 हजार 535 हो गयी है और 5.97 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। * दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 1,00,636 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 09 हजार 975 हो गया। इस दौरान एक लाख 74 हजार 399 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 71 लाख 59 हजार 180 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 14 लाख 01 हजार 609 रह गये हैं। इस दौरान 2427 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 49 हजार 186 हो गयी है। Also Read - दर्दनाक : पाकिस्तान में दो यात्री ट्रेनों की भिड़ंत, 30 की मौत * ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.69 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.73 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। * संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.74 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.10 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.88 लाख हो गयी है और 48,164 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.67 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। Also Read - इजरायल में समाप्त हो सकती है इंडोर मास्क पहनने की अनिवार्यता * ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.32 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.32 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। * कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39.55 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 81,214 है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.08 लाख से अधिक हो गई है और 89,249 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से 36.97 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,196 लोगों की मौत हो चुकी है। Also Read - कोरोना पॉजिटिव राम रहीम से मिलने अस्पताल पहुंची हनीप्रीत * कोलंबिया में कोरोना वायरस से 35.71 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 91,961 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.66 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 81,063 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,152 लोग जान गंवा चुके हैं। * मैक्सिको में कोरोना से 24.33 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से करीब 2.29 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.73 लाख से अधिक है और 53,258 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.80 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 1.86 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। * इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.56 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,612 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.96 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 56,974 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.90 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,954 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.63 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,159 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.32 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,323 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.11 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 12,839 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

वर्ल्डवाइड डाटा: अब तक कोरोना से 17.32 करोड़ से ज़्यादा लोग हुए संक्रमित और 37.26 लाख लोगों की मौत      By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब : विश्वभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.32 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 37.26 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 32 लाख 06 हजार 254 हो गयी है, जबकि 37 लाख 26 हजार 396 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। Also Read - मुंबई में आख़िरकार 2 महीने बाद खुल गए रेस्टोरेंट्स एंड जिम * विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 62 हजार 535 हो गयी है और 5.97 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। * दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटो

*10 जून के बाद पंजाब सरकार Lockdown पर ले सकती हैं ये फैसला* By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब *चंडीगढ़ः* पंजाब में लॉकडाऊन को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, कोरोना के कम हो रहे पॉजिटिव मामलों को लेकर पंजाबवासियों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार 10 जून के बाद वीकेंड लॉकडाउन खत्म करने की तैयारी में है।पता चला है कि सरकार शनिवार और रविवार को चल रहे लॉक डाउन को खत्म कर सकती है। साथ ही कई और पाबंदियां भी खत्म हो सकती है। हालांकि लोगों को ये नहीं समझना चाहिए की कोरोना पूरी तरह से खत्म हो गया है। लोगों को पहले की तरह मास्क सहित अन्य सावधानियां इस्तेमाल करने की जरूरत है। बता दें कि इससे पहले सरकार द्वारा निजी वाहनों में यात्रियों की संख्या की सीमा हटाने के साथ-साथ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में चुनिंदा सर्जरियों को बहाल करने व राज्य के सभी सरकारी मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में ओ.पी.डी. सेवाए फिर शुरू करने के भी आदेश दिए जा चुके है।*पंजाब में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने लगी है। रोजाना मिलने वाले नए पॉजिटिव मरीजों और मौतों का आंकड़ा भी कम होने लगा है।**राज्य में गुरुवार को 91 मौतें जबकि 2206 नए मामले सामने आए हैं।*मृतकों में अमृतसर में 7, बरनाला में 2, बठिंडा में 13, फरीदकोट में 3, फतेहगढ़ साहिब में 1, फाजिल्का में 6, फिरोजपुर में 2, गुरदासपुर में 3, होशियारपुर में 3, जालंधर में 5, कपूरथला में 2, लुधियाना में 6, मानसा में 6, मोगा में 1, मोहाली में 4, मुक्तसर में 5, पठानकोट में 1, पटियाला में 10, रोपड़ में 3, संगरूर में 4, एसबीएस नगर में 1, तरनतारन के 3 मरीज शामिल है।प्रदेशवासियों को #विश्व #पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।नमो नमो मोर्चा भारत #बाल_वनिता_महिला_आश्रमआइए, आज के अवसर पर हम सभी अपने वातावरण को स्वच्छ रखने, #वृक्षों एवं जल स्रोतों के #संरक्षण हेतु संकल्पित हों।#विश्व #पर्यावरण #दिवस की सभी #प्रदेशवासियों को #हार्दिक #बधाइयां एवं #शुभकामनाएं।#नमो_नमो_मोरचा_भाजपा_श्री_मति_वनिता_कासनियां_प्रदेशाध्यक्ष_पंजाब🌷आइए..#प्रकृति #संरक्षण के इस महा #उत्सव पर हम सब #संकल्प लें। हर आंगन में एक पौधा रोपित करने और #वातावरण को #स्वच्छ रखने का। ताकि हम भावी #पीढ़ी को #स्वस्थ एवं #हरा #भरा पर्यावरण दे पाएं।#WorldEnvironmentDayhttps://www.facebook.com/groups/462179984337937/permalink/898059924083272/विश्व_पर्यावरण_दिवस अपने पर्यावरण को बचाने के लिए कपड़ों और कागजों व अन्य की चीजों का रीसायकल करना बहुत जरूरी है ।१• बची सब्जियां और फ्रूट के छिलकों की खाद बनाएंं और अपने घर की छत पर सब्जियां उगाओ । २• कागज की बर्बादी ना करो क्योंकि कागज के लिए वृक्ष कटते हैं । वृक्ष लगाओ ।३• पैदल चलो या साइकिल का उपयोग करो ताकि हमारी हवा साफ हो और बीमारियां ना बने ।#विश्व_पर्यावरण_दिवस पृथ्वी हमें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए पूरे संसाधन प्रदान करती हैं, लेकिन लालच पूरी करने के लिए नहीं. भविष्य या तो हरा होगा या तो होगा ही नहीं ये धरती मर रही है क्योंकि मानवजाति इसे नष्ट कर रही हैं, लेकिन यदि पृथ्वी मरती हैं तो हम सब भी अवश्य मरते हैं “पृथ्वी हमारी नहीं, हम पृथ्वी के हैं“ #पंजाब नमो नमो मोर्चा से आपसभी लोगो को #worldenvironmentday2021 🙏

*10 जून के बाद पंजाब सरकार Lockdown पर ले सकती हैं ये फैसला* By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब *चंडीगढ़ः* पंजाब में लॉकडाऊन को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, कोरोना के कम हो रहे पॉजिटिव मामलों को लेकर पंजाबवासियों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार 10 जून के बाद वीकेंड लॉकडाउन खत्म करने की तैयारी में है। पता चला है कि सरकार शनिवार और रविवार को चल रहे लॉक डाउन को खत्म कर सकती है। साथ ही कई और पाबंदियां भी खत्म हो सकती है। हालांकि लोगों को ये नहीं समझना चाहिए की कोरोना पूरी तरह से खत्म हो गया है। लोगों को पहले की तरह मास्क सहित अन्य सावधानियां इस्तेमाल करने की जरूरत है। बता दें कि इससे पहले सरकार द्वारा निजी वाहनों में यात्रियों की संख्या की सीमा हटाने के साथ-साथ सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में चुनिंदा सर्जरियों को बहाल करने व राज्य के सभी सरकारी मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में ओ.पी.डी. सेवाए फिर शुरू करने के भी आदेश दिए जा चुके है। *पंजाब में कोरोना  की दूसरी लहर कमजोर पड़ने लगी है। रोजाना मिलने वाले नए पॉजिटिव मरीजों और मौतों का आंकड़ा भी

What is the last floor?By Social Activist Vanitha Kasniya PunjabThe last floor is the cemetery or the cremation ground, but people who died of corona are leaving by pressing them in the sand, which are becoming food for dogs.

आख़िरी मंजिल क्या है? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आखरी मंजिल कब्रिस्तान अथवा श्मशान घाट होती है लेकिन करोना से मरने वाले को लोग रेत में दबाकर छोड़कर चले जा रहे हैं जोकि कुत्तों का भोजन बन रहे हैं, कुत्ते खा रहे हैं, कुछ लोग चिंता कर रहे हैं कहीं कुत्तों को भी करोना ना हो जाए। प्रयागराज श्रृंगवेरपुर धाम भगवान श्री राम यहीं से गंगा पार किए थे और निषाद राज से उनकी मित्रता हुई थी लेकिन आज यह स्थान उन सैकड़ों शवों जो नदी किनारे घाटों पर दफन है जिसको जानवर नोच नोच खा रहे है। दिल को दहला देने वाली तस्वीर सामने आ रही है प्रयागराज से उत्तर का  मूल स्रोत  है व्हाट्सएप ग्रुप पर प्राप्त समाचार है।  चित्र सोर्स है  प्रयागराज के आसपास के घाटों की तस्वीरें जो व्हाट्सएप ग्रुप पर प्राप्त हुई है। को

Can black and white fungus with Corona now share information about what is becoming a matter of concern?By philanthropist Vnita Kasniya PunjabAre you looking for a black and white fungus with Corona now?

क्या अब कोरोना के साथ काला और सफेद फंगस जो चिंता का विषय बनते जा रहे हैं, उसके विषय में जानकारी साझा कर सकते हैं? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब  क्या आप कोरोना के साथ अब जो ब्लैक और वाइट फंगस चिंता का विषय बनती जा रही हैं के विषय में बता सकते हैैं? हाल ही में भारत सरकार ने सब राज्य को ब्लैक फंगस को लेकर एपिडेमिक [1]  की घोषणा करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं और कुछ राज्य जिनमें यह ज्यादा फैल रहा है उन्होंने यह घोषणा कर भी दी है, कुछ एक से अब ब्लैक फंगस का आंकड़ा हजारों में बढ़ चुका है। आज इन दोनों के बारे में बता रहे हैं.... बाल वनिता महिला आश्रम फंगस क्या होता है? ➡️आप ने कभी अपने घरों में देखा होगा कि सर्दियों के दिनों में अगर  आपका तोलिया  अधिक समय तक गीला रहता है तो उसमें कहीं कहीं काले रंग के धब्बे पड़ जाते हैं जिन्हें कितना भी धोया जाए वह जाते नहीं है, यह एक  प्रकार के फंगस जो आप अपने घर में बाथरूम या ऐसे जगह भी देख सकते हैं जहां नमी रहती है  इनका सबसे बड़ा खतरा यह रहता है कि यह फंगस वातावरण में  spores छोडती है जो आप सांस , खाने आदि के साथ शरीर के अंदर ले लेते हैं और अगर आप क