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पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना वायरस की चपेट में है .by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आलम ये है कि यह महामारी लगातार बढ़ रही है. इस महामारी से किस तरह निजात मिले उस पर लगातार काम जारी है. लेकिन, इसी बीच वैज्ञानिकों ने कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बीमारी को लेकर चेतावनी जारी कर दी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ‘फंगस’ काफी विकराल का रूप धारण कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में अगली महामारी कैंडिडा औरिस के कारण हो सकती है, यह एक फंगस जो काले प्लेग की तरह दिखता है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र यानी CDC का कहना है कि अगर यह फंगस ब्लड के साथ शरीर में प्रवाह करने लगा तो यह काफी खतरनाक हो सकता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह बीमारी हॉस्पिटल में कैथेटर या अन्य ट्यूब आधारित उपकरणों के जरिय बॉडी में प्रवेश कर सकता है, जिसे बॉडी को काफी नुकसान पहुंच सकता है.हालांकि, ये भी कहा गया है कि जो भी मरीज फंगस के शिकार होंगे उन्हें एंटीफंगल दवा देकर ठीक किया जा सकता है. क्योंकि, इस वायरस की पहचान साल 2009 में सबसे पहले जापाना में की गई थी और आज दुनियाभर में हजारों की संख्या में इसके मरीज हॉस्पिटल में भर्ती हैं. जिसके कारण इसका खतरा बढ़ रहा है और आने वाले समय को लेकर विशेषज्ञों ने बड़ी चेतावनी जारी की है. कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक! कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस की तरह ही यह फंगस काफी समय तक सतह पर जमा रहा सकता है. बल्कि, उससे ज्यादा समय तक सतह पर वह एक्टिव रहता है. लिहाजा, यह कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में यह महामारी कोरोना से भी ज्यादा विकराल रूप धारण कर सकता हैं. इसका कारण जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक चीजों की कमी हो सकती है.The whole world is in the grip of Corona virus these days. Continuing work is being done on how to get rid of this epidemic. But, in the meantime, scientists have issued a warning about a disease more dangerous than Corona. Scientists say that this 'fungus' can take the form of a very macabre. The report states that the next pandemic in the world may be caused by Candida auris, a fungus that looks like a black plague. The Center for Disease Control and Prevention (CDC) says that if it starts to flow in the body along with fungus blood then it can be quite dangerous. The report claimed that the disease can enter the body through a catheter or other tube-based devices in the hospital, which can cause significant damage to the body. They can be cured by giving antifungal medication. Because, the virus was first identified in Japana in the year 2009 and today thousands of its patients are admitted in the hospital. Due to which the risk of it is increasing and experts have issued a big warning about the coming time. More dangerous than corona! Some experts say that like the corona virus, this fungus can accumulate on the surface for a long time. Rather, it remains active on the surface for much longer than that. So, it can be more dangerous than corona virus. The report says that in the coming times, this epidemic may take a more formidable form than the corona. This may be due to climate change and lack of natural things.,

पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना वायरस की चपेट में है .by समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब आलम ये है कि यह महामारी लगातार बढ़ रही है. इस महामारी से किस तरह निजात मिले उस पर लगातार काम जारी है. लेकिन, इसी बीच वैज्ञानिकों ने कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बीमारी को लेकर चेतावनी जारी कर दी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ‘फंगस’ काफी विकराल का रूप धारण कर सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में अगली महामारी कैंडिडा औरिस के कारण हो सकती है, यह एक फंगस जो काले प्लेग की तरह दिखता है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र यानी CDC का कहना है कि अगर यह फंगस ब्लड के साथ शरीर में प्रवाह करने लगा तो यह काफी खतरनाक हो सकता है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह बीमारी हॉस्पिटल में कैथेटर या अन्य ट्यूब आधारित उपकरणों के जरिय बॉडी में प्रवेश कर सकता है, जिसे बॉडी को काफी नुकसान पहुंच सकता है.हालांकि, ये भी कहा गया है कि जो भी मरीज फंगस के शिकार होंगे उन्हें एंटीफंगल दवा देकर ठीक किया जा सकता है. क्योंकि, इस वायरस की पहचान साल 2009 में सबसे पहले जापाना में की गई थी और आज दुनियाभर में हजारों की संख्या में इसके मरीज हॉस्पिटल में भर्ती हैं. जिसके कारण इसका खतरा बढ़ रहा है और आने वाले समय को लेकर विशेषज्ञों ने बड़ी चेतावनी जारी की है.

कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक!

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस की तरह ही यह फंगस काफी समय तक सतह पर जमा रहा सकता है. बल्कि, उससे ज्यादा समय तक सतह पर वह एक्टिव रहता है. लिहाजा, यह कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में यह महामारी कोरोना से भी ज्यादा विकराल रूप धारण कर सकता हैं. इसका कारण जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक चीजों की कमी हो सकती है.The whole world is in the grip of Corona virus these days. Continuing work is being done on how to get rid of this epidemic. But, in the meantime, scientists have issued a warning about a disease more dangerous than Corona. Scientists say that this 'fungus' can take the form of a very macabre.

 The report states that the next pandemic in the world may be caused by Candida auris, a fungus that looks like a black plague. The Center for Disease Control and Prevention (CDC) says that if it starts to flow in the body along with fungus blood then it can be quite dangerous. The report claimed that the disease can enter the body through a catheter or other tube-based devices in the hospital, which can cause significant damage to the body. They can be cured by giving antifungal medication. Because, the virus was first identified in Japana in the year 2009 and today thousands of its patients are admitted in the hospital. Due to which the risk of it is increasing and experts have issued a big warning about the coming time.

 More dangerous than corona!

 Some experts say that like the corona virus, this fungus can accumulate on the surface for a long time. Rather, it remains active on the surface for much longer than that. So, it can be more dangerous than corona virus. The report says that in the coming times, this epidemic may take a more formidable form than the corona. This may be due to climate change and lack of natural things.

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covid 19,

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नई दिल्ली: कोविद -19 संक्रमण के साथ हर गुजरते दिन के साथ, केंद्र सरकार ने कोरोना-प्रेरित लॉकडाउन में और ढील देने की घोषणा की है जो पिछले साल 22 मार्च को देश में शुरू में लगाया गया था। नए दिशा-निर्देश आज के बाद से नियंत्रण क्षेत्रों के बाहर लागू होंगे।  विनीता कासनी पंजाब द्वारा,  प्रमुख निर्णयों में, सरकार ने सिनेमा हॉलों को 100 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी है, जबकि कई राज्य सरकारों ने कक्षा 10, 12 के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी है।  सिनेमा हॉलों में पूरी व्यस्तता  सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स में पूर्ण कब्जे की अनुमति 1 फरवरी से दी गई है। सिनेमा हॉल और सिनेमाघरों के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का एक सेट जारी किया गया है। एसओपी यह भी कहते हैं कि कोई भी फिल्में कंस्ट्रक्शन जोन में प्रदर्शित नहीं की जाएंगी।  अब COVID -19 के खिलाफ सामाजिक गड़बड़ी, फेस कवर, आरोग्य सेतु ऐप, थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य सुरक्षा उपायों के साथ प्रदर्शनियों की अनुमति दी जाएगी।  स्विमिंग पूल खोलना  सरकार ने पूल के अंदर सामाज...