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राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 13,565 नए मामले सामने आए. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब जबकि 149 लोगों की मौतें हुईं. सर्वाधिक 2605 कोरोना संक्रमित राजधानी जयपुर में मिले हैं. चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जोधपुर में 875, उदयपुर में 957, अलवर में 751नए रोगी शामिल हैं.अजमेर में 510, भरतपुर में 570, भीलवाड़ा में 362, बीकानेर में 447, चितौड़गढ़ में 430नए रोगी शामिल हैं. जबकि बीते चौबीस घंटे में राज्य में 17,481 मरीज ठीक हुए हैं. हालांकि कोरोना संक्रमण काबू में होता हुआ नजर आ रहा है.राजस्थान के किस जिले में मिले कितने नए कोरोना संक्रमित, देखें पूरी लिस्टजयपुर में 2605,जोधपुर में 875,उदयपुर में 957,अलवर में 751,अजमेर में 510,बांसवाड़ा में 117,बारां में 156,बाड़मेर में 284,भरतपुर में 570,भीलवाड़ा में 362,बीकानेर में 447,बूंदी में 105,चितौड़गढ़ में 430,चूरू में 309,दोसा में 366,धौलपुर में 28,डूंगरपुर में 203,गंगानगर में 266,हनुमानगढ़ में 250,जैसलमेर में 482,जालौर में 37,झालावाड़ में 219,झुंझुनू में 575,करौली में 158,कोटा में 701,नागौर में 186,पाली में 235,प्रतापगढ़ में 87,राजसमंद में 420,सवाई माधोपुर में 102,सीकर में 485,सिरोही में 294,टोंक में 93. निचे दी गयी ये खबरें भी जरूर पढ़ेंमहिलाओं के सारे राज खोल देते हैं ये 2 अंग , जानिये उनकी हर छुपी हुई ख़ास बातबढ़ती जा रही है महिलाओं दवारा प्राइवेट पार्ट में तंबाकू रखने की घटना, जानिए क्यों करती हैं ऐसायहां महिलाएं मुंह की बजाय गुप्तांग में दबाती है तंबाकू, वजह जानकर उड़ जायेंगे होशhttps://youtube.com/shorts/6V3ktSDMiZs?feature=shareये भी पढ़ें - कहीं मिले तो छोड़ना मत यह पौधा, है सोने से भी 10 गुना ज्यादा कीमती

राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 13,565 नए मामले सामने आए. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब  जबकि 149 लोगों की मौतें हुईं. सर्वाधिक 2605 कोरोना संक्रमित राजधानी जयपुर में मिले हैं. चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जोधपुर में 875, उदयपुर में 957, अलवर में 751नए रोगी शामिल हैं. अजमेर में 510, भरतपुर में 570, भीलवाड़ा में 362, बीकानेर में 447, चितौड़गढ़ में 430नए रोगी शामिल हैं. जबकि बीते चौबीस घंटे में राज्य में 17,481 मरीज ठीक हुए हैं. हालांकि कोरोना संक्रमण काबू में होता हुआ नजर आ रहा है. राजस्थान के किस जिले में मिले कितने नए कोरोना संक्रमित, देखें पूरी लिस्ट जयपुर में 2605, जोधपुर में 875, उदयपुर में 957, अलवर में 751, अजमेर में 510, बांसवाड़ा में 117, बारां में 156, बाड़मेर में 284, भरतपुर में 570, भीलवाड़ा में 362, बीकानेर में 447, बूंदी में 105, चितौड़गढ़ में 430, चूरू में 309, दोसा में 366, धौलपुर में 28, डूंगरपुर में 203, गंगानगर में 266, हनुमानगढ़ में 250, जैसलमेर में 482, जालौर में 37, झालावाड़ में 219, झुंझुनू में 575, करौली में 158, कोटा में 701, नागौर में 18...

जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जहां जिला प्रशासन की अगुवाई में सेहत विभाग लोगों की सैंपलिंग करके, पाजिटिव आए लोगों के संपर्क को ढूंढकर, वैक्सीनेशन कर रहा है वहीं पाजिटिव मरीजों की देखभाल करके कोरोना के विस्तार को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबसमाजसेवी संस्थाएं भी इस जंग में लगातार सहयोग कर रही हैं। इसके बावजूद कोरोना के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सेहत विभाग द्वारा लगातार उन क्षेत्रों की पहचान की जा रही है, जिनमें ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इन्हें दो श्रेणियों में बांटा जा रहा है, माइक्रो जोन व कंटेनमेंट जोन।फाजिल्का जिले की बात की जाए तो अब तक 20 जगहों को इस लिस्ट में शामिल किया जा चुका है।https://youtube.com/shorts/6V3ktSDMiZs?feature=shareफाजिल्का जिले की बात करें तो पिछले 15 दिनों में 5000 से अधिक नए मामले और 100 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिसके चलते सेहत विभाग ने उन जगहों पर को वर्जित क्षेत्र घोषित करना शुरू कर दिया है, जहां ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। फाजिल्का जिले की बात करें तो इन 20 जगहों में से 14 जगहें ग्रामीण क्षेत्रों की हैं, जबकि 6 जगहें शहरी क्षेत्र की हैं, जिससे साफ तौर पर पता चल रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र की इन 14 जगहों में ब्लाक जंडवाला भीमेशाह का गांव वैरोके माइक्रो जोन, ब्लाक सीतो गुणो का गांव भागसर व भागू माइक्रो जोन, ब्लाक खुईखेड़ा का गांव घल्लू माइक्रो जोन, ब्लाक डबवाला कलां का गांव घुड़ियाना व अरनीवाला माइक्रो जोन, ब्लाक खुईखेड़ा का गांव पंजकोसी, चुहड़ीवाला धन्ना व निहाल खेड़ा कंटोनमेंट जोन, बजिदपुर कटियांवाली कंटोनमेंट जोन, ब्लाक सीतोगुणो का गांव कुलर, अमरपुरा, दुतारावाली, रूहाड़ियांवाली कंटोनमेंट जोन में शामिल है। वहीं शहरों की बात करें तो फाजिल्का शहर में राधा स्वामी कालोनी, कैलाश नगर, अमर कालोनी व गांधी नगर, अबोहर में नई आबादी व सर्कुलर रोड कंटोनमेंट जोन में शामिल है। गांव घुड़ियाना की पंचायत ने की पहलकदमीhttps://youtube.com/shorts/6V3ktSDMiZs?feature=shareसेहत विभाग द्वारा बनाई गई लिस्ट में कंटोनमेंट जोन के रूप में गांव घुड़ियाना को शामिल किए जाने के बाद यहां की पंचायत ने तुरंत पहलकदमी की और फैसला लिया कि उक्त बीमारी की रोकथाम के लिए सेहत विभाग का सहयोग किया जाएगा। जहां गांव में रोजाना मुनादी करवाकर सैंपलिग करवाई जा रही है। वहीं गांव में किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं आने दिया जा रहा है।इसके लिए गांव के युवा बकायदा सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा जो मरीज संक्रमित पाए गए हैं, उनके संपर्क में आए लोगों द्वारा भी सैंपलिग करवाई जा रही है। ऐसी रणनीति सभी गांवों को अपनानी चाहिए और अधिक से अधिक सैंपलिग करवाकर इस कोरोना चैन को तोड़ने में सहयोग देना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ा जा रही सैंपलिगhttps://youtube.com/shorts/6V3ktSDMiZs?feature=shareसिविल सर्जन डा. परमिद्र सिंह ने बताया कि लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की सैंपलिग बढ़ाई जा रही है। लोग पहले के मुकाबले ज्यादा जागरूक हुए हैं, इसके अलावा गांवों ने अपने स्तर पर बाहर से आने वाले लोगों की कुछ समय के लिए एंट्री बंद कर दी है। सेहत विभाग की टीमों को अगर इसी तरह ग्रामीणों का सहयोग मिला, तो जल्द ही कोरोना पर फतेह हासिल की जाएगी।

जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जहां जिला प्रशासन की अगुवाई में सेहत विभाग लोगों की सैंपलिंग करके, पाजिटिव आए लोगों के संपर्क को ढूंढकर, वैक्सीनेशन कर रहा है वहीं पाजिटिव मरीजों की देखभाल करके कोरोना के विस्तार को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब समाजसेवी संस्थाएं भी इस जंग में लगातार सहयोग कर रही हैं। इसके बावजूद कोरोना के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सेहत विभाग द्वारा लगातार उन क्षेत्रों की पहचान की जा रही है, जिनमें ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इन्हें दो श्रेणियों में बांटा जा रहा है, माइक्रो जोन व कंटेनमेंट जोन।फाजिल्का जिले की बात की जाए तो अब तक 20 जगहों को इस लिस्ट में शामिल किया जा चुका है। https://youtube.com/shorts/6V3ktSDMiZs?feature=share फाजिल्का जिले की बात करें तो पिछले 15 दिनों में 5000 से अधिक नए मामले और 100 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिसके चलते सेहत विभाग ने उन जगहों पर को वर्जित क्षेत्र घोषित करना शुरू कर दिया है, जहां ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। फाजिल्का जिले की बा...

संवाद सूत्र, फाजिलका : By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब फाजिल्का के डिप्टी कमिश्नर अरविंद पाल सिंह संधू कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। उनके छुट्टी पर होने के कारण पंजाब सरकार द्वारा हरीश नायर आइएएस को जिला फाजिल्का का डिप्टी कमिश्नर लगा दिया गया है। उन्होंने शुक्रवार सुबह अपना पदभार संभाला। हरीश नायर 2009 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह विशेष सचिव कृषि विभाग पंजाब सरकार में कार्यरत थे। जबकि वह मोगा के डिप्टी कमिश्नर भी रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने पद संभालने के मौके कुछ अधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना महामारी के चलते अपनी ड्यूटी तनदेही के साथ निभाने की हिदायत की। उन्होंने कहा कि लोगों को जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध करवाने व कोरोना के प्रकोप से लोगों को बचाना समय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।डिप्टी कमिश्नर हरीश नायर ने जिला निवासियों से अपील की कि वे कोरोना के मद्देनजर सरकार द्वारा लोक हित में लगाई पाबंदियों का पालन करें। इस मौके एसपी मनविंदर सिंह, एसडीएम केशव गोयल, सहायक कमिश्नर जनरल कंवरजीत सिंह मान भी उपस्थित थे। लाइव होकर लोगों से नियमों का पालन करने की अपीलडिप्टी कमिश्नर हरीश नायर ने अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद लोगों को कोरोना महामारी के बारे में लाइव होकर जानकारी दी। उन्होंने लोगों को बताया कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन प्रशासन अपने स्तर पर कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रहा है। जिले में अब तक 1 लाख 57 हजार 185 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। जिनमें से 13071 लोगों के सैंपल पाजिटिव आए हैं, जिनमें से 8549 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि 4275 मामले एक्टिव हैं। जिनमें से 3378 लोगों का इलाज घरों में चल रहा है, जबकि लेवल-2 के अस्पतालों में 51 लोग भर्ती हैं। उन्होंने जिला निवासियों को अपील की कि कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग किया जाए।

संवाद सूत्र, फाजिलका : By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब  फाजिल्का के डिप्टी कमिश्नर अरविंद पाल सिंह संधू कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। उनके छुट्टी पर होने के कारण पंजाब सरकार द्वारा हरीश नायर आइएएस को जिला फाजिल्का का डिप्टी कमिश्नर लगा दिया गया है। उन्होंने शुक्रवार सुबह अपना पदभार संभाला। हरीश नायर 2009 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह विशेष सचिव कृषि विभाग पंजाब सरकार में कार्यरत थे। जबकि वह मोगा के डिप्टी कमिश्नर भी रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने पद संभालने के मौके कुछ अधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना महामारी के चलते अपनी ड्यूटी तनदेही के साथ निभाने की हिदायत की। उन्होंने कहा कि लोगों को जवाबदेह प्रशासन उपलब्ध करवाने व कोरोना के प्रकोप से लोगों को बचाना समय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। डिप्टी कमिश्नर हरीश नायर ने जिला निवासियों से अपील की कि वे कोरोना के मद्देनजर सरकार द्वारा लोक हित में लगाई पाबंदियों का पालन करें। इस मौके एसपी मनविंदर सिंह, एसडीएम केशव गोयल, सहायक कमिश्नर जनरल कंवरजीत सिंह मान भी उपस्थित थे। लाइव होकर लोगों से नियमों का पालन करने की अपील डिप्टी...

ਜਦੋਂ ਤੋਂ ਕੋਰੋਨਾ ਵਾਇਰਸ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਆਇਆ ਹੈ, ਐਂਟੀਬਾਡੀਜ਼ ਬਾਰੇ ਵਿਚਾਰ-ਵਟਾਂਦਰੇ ਬਹੁਤ ਚਲਦੇ ਆ ਰਹੇ ਹਨ, ਪਰ ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹੋ ਕਿ ਐਂਟੀਬਾਡੀਜ਼ ਕੀ ਹਨ?ਸਮਾਜ ਸੇਵਕ ਵਨੀਤਾ ਕਸਾਨੀ ਪੰਜਾਬ ਵੱਲੋਂਅਸਲ ਵਿੱਚ,

जब से कोरोना वायरस दुनिया में आया है, तब से लेकर एंटीबॉडी को लेकर चर्चाएं कुछ ज्यादा ही चल रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर एंटीबॉडी क्या होती है?  By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब दरअसल, किसी वायरस या बीमारी से जब शरीर संक्रमित होता है तो शरीर एक सुरक्षात्मक प्रोटीन का उत्पादन करता है, जिसे एंटीबॉडी कहा जाता है। कोरोना होने के बाद भी शरीर में एंटीबॉडी बनती हैं, लेकिन ये एंटीबॉडी आखिर कब तक वायरस से बचाव कर सकती हैं, इसको लेकर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है। हालांकि ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि ये एंटीबॉडी चार से छह महीने तक शरीर में रहती हैं। अब इसी को लेकर एक नए शोध में यह दावा किया गया है कि कोरोना से संक्रमित होने के आठ महीने बाद तक इंसान के शरीर में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज रहती हैं।        यह अध्ययन इटली के आईएसएस नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। अध्ययन में 162 कोरोना मरीजों को शामिल किया गया था, जो सिम्प्टोमैटिक यानी लक्षण वाले थे। ये मरीज पिछले साल कोरोना की वजह से गंभीर रूप से बीमारी पड़े थे और उन्हें इम...

Black Fungus Knocks in Punjab: Five Patients Removed Eye in LudhianaBy social worker Vanita Kasani Punjab: 🥦🌹🙏🙏🌹🥦abstractManish Munjal, head doctor of the ENT department of DMC, said that in the last one

पंजाब में ब्लैक फंगस की दस्तक: लुधियाना में पांच मरीजों की निकालनी पड़ी आंख  By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब:🥦🌹🙏🙏🌹🥦 सार डीएमसी के ईएनटी विभाग के हेड डॉक्टर मनीष मुंजाल ने बताया कि पिछले एक माह के दौरान उनके पास ब्लैक फंगस के दस मामले आ चुके हैं। 13 मई को उनके पास ब्लैक फंगस के चार मरीज आए। "> पंजाब में ब्लैक फंगस के केस सामने आए - फोटो : अमर उजाला विज्ञापन मुक्त विशिष्ट अनुभव के लिए अमर उजाला प्लस के सदस्य बनें विस्तार पंजाब में भी ब्लैक फंगस ने दस्तक दे दी है। लुधियाना में बारह से ज्यादा लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ चुके हैं। इसमें ज्यादातर पीड़ितों का इलाज दयानंद मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। वहीं पांच मरीज ऐसे हैं जिनके दिमाग तक फंगस पहुंच चुकी है। लुधियाना के डॉक्टर रमेश सुपर स्पेशियलिटी आई एंड लेजर सेंटर में अभी ब्लैक फंगस का एक मामला सामने आया है, मरीज की हालत को देखते उसे पीजीआई रेफर किया गया है। डीएमसी के ईएनटी विभाग के हेड डॉक्टर मनीष मुंजाल ने बताया कि पिछले एक माह के दौरान उनके पास ब्लैक फंगस के दस मामले आ चुके हैं। 13 मई को उनके पास ब्लैक फंगस के चार मरीज आए, ...
Who is more powerful, Hanuman or Hiranyakashyap? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब Hiranyakashyap dust in front of Hanumanji don't ask such question like this. Hanumanji capable to destroy lot of universe and by the way he is an incarnation of god of destruction Mahadev. Hiranyakashyap strong because of his boon given by Brahma dev, Hiranyakashyap killed by Narsimha avatar of Shri Hari and Hanumanji also can take Narsimha form Have you ever seen before panchmukhi form of Hanumanji, Hanumanji also have 11th mukhi form. How can Hiranyakashyap defeat God with his some little boon given by God Hanumanji great devotee of Shri Ram doesn't meant that he is less powerfull. Hope you get your answer. Jai Shri Ram🙏 Jai Mamma Sita🙏 Jai Bajrangabali Hanumanji 🙏

लाइव सिटीज सेट्रल डेस्क: बिहार में कोरोना अभी कोहराम मचा ही रहा है कि इसी बीच एक और घातक बीमारी ब्लैक फंगस ने आगाज कर दिया. By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब पटना में 5 मरीजों में इसकी पुष्टि हुई है. AIIMS में 4 और IGIMS में भर्ती एक मरीज में ब्लैक फंगस मिला है.जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है. पटना एम्स के कोरोना संक्रमित एक मरीज में इसके लक्षण पाए गए हैं. इसके साथ ही IGIMS में भी भर्ती मुजफ्फरपुर की एक महिला मरीज में इसकी पुष्टि हुई है.एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम लगातार इसपर नजर बनाए हुए हैं. इनकी माने तो ब्लैक फंगस कोशिकाओं को खत्म कर देता है.उधर पटना एम्स के अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस ऐसे मरीजों को होता है जो हाई डायबिटीज के शिकार होते हैं और उन्हें कोरोना का इलाज चलता रहता है. कोरोना के इलाज के दौरान स्टेरॉयड का हाई डोज उन्हें महंगा पड़ता है और ब्लैक फंगस के शिकार हो जाते हैं.एम्स के डॉक्टर बताते हैं कि कोरोना के कारण बिना किसी डॉक्टर के सलाह के स्टेरॉयड लेना ब्लैक फंगस का कारण बन सकता है. कोरोना काल में संक्रमण के कारण अचानक से ऐसे मामले बढ़े हैं. इसमें शुगर हाई होना, स्टेरॉयड का हाईडोज लेना, बिना एक्सपर्ट की निगरानी के डेक्सोना जैसे स्टेरॉयड की हाई डोज लेना बड़ा कारण बन सकता है. ब्लैक फंगस के लिए यह बड़ा कारण हो सकता है.

लाइव सिटीज सेट्रल डेस्क: बिहार में कोरोना अभी कोहराम मचा ही रहा है कि इसी बीच एक और घातक बीमारी ब्लैक फंगस ने आगाज कर दिया.  By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब  पटना में 5 मरीजों में इसकी पुष्टि हुई है. AIIMS में 4 और IGIMS में भर्ती एक मरीज में ब्लैक फंगस मिला है.जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है. पटना एम्स के कोरोना संक्रमित एक मरीज में इसके लक्षण पाए गए हैं. इसके साथ ही IGIMS में भी भर्ती मुजफ्फरपुर की एक महिला मरीज में इसकी पुष्टि हुई है.एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम लगातार इसपर नजर बनाए हुए हैं. इनकी माने तो ब्लैक फंगस कोशिकाओं को खत्म कर देता है. उधर पटना एम्स के अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस ऐसे मरीजों को होता है जो हाई डायबिटीज के शिकार होते हैं और उन्हें कोरोना का इलाज चलता रहता है. कोरोना के इलाज के दौरान स्टेरॉयड का हाई डोज उन्हें महंगा पड़ता है और ब्लैक फंगस के शिकार हो जाते हैं. एम्स के डॉक्टर बताते हैं कि कोरोना के कारण बिना किसी डॉक्टर के सलाह के स्टेरॉयड लेना ब्लैक फंगस का कारण बन सकता है. कोरोना काल में संक्रमण के कारण ...